“आँखें हैं तो जहां है ” तकनीकी संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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लखनऊ (जनमत):- पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल की  मंडल रेल प्रबंधक डॉ0  मोनिका अग्निहोत्री की अध्यक्षता  में एवं अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/प्रशासन राधवेन्द्र कुमार की उपस्थिति  में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मंडल रेलवे चिकित्सालय, बादशाहनगर, लखनऊ डॉ0 संजय श्रीवास्तव के द्वारा “आँखें हैं तो जहां है ” ( नेत्र रोगों के कारण , लक्षण , बचाव के उपाय ’ विषय पर वर्चुअल’) राजभाषा तकनीकी संगोष्ठी  का आयोजन किया गया। जिस में मंडल रेल प्रबंधक डॉ0  मोनिका अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा पावर प्वाइंट के द्वारा से दी गयी प्रस्तुति बहुत सराहनीय है।

आज के तकनीकी युग के परिप्रेक्ष्य में , आँखों की उचित देखभाल आवश्यक है एवं  स्वस्थ नेत्रों हेतु एक स्वस्थ शरीर भी आवश्यक है। हमारी आँखें , स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण भाग है जिस पर हमें विशेष ध्यान  देने की आवश्यकता  है। इस अवसर पर डॉ0  संजय श्रीवास्तव ने  पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नेत्रों की संरचना , सामान्य नेत्र समस्याएं और रोग जैसे की दृष्टि दोष , सफ़ेद मोतियाबिंद , काला मोतियाबिंद , दृष्टि पटल रोग , मधुमेह जनित नेत्र दोष , भेंगापैन , “कलर ब्लाइंडनेस” , अंधापन  आदि के  कारणों  तथा  नेत्र रोगों के लक्षण जैसे की आँखों में दर्द , दृष्टि में धुंधलापन या धब्बों का दिखाई देना , आंशिक या पूर्ण दृष्टि क्षति , पलकों में सूजन आदि  एवं नेत्र रोग परीक्षण विधियों  पर विस्तार से परिचर्चा की।

उन्होंने दृष्टि पतन रोकने के लिए नियमित नेत्र परीक्षण , विशेषकर चालीस वर्ष की आयु के पश्चात , सही प्रकार के लेंसों का प्रयोग , रक्तचाप व कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण तथा किसी भी प्रकार के नेत्र रोगों की उपश्थिति में उसका समय से और समुचित उपचार कराने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा की नेत्र रोगों के खतरे को काम करने के लिए रक्त में शुगर, रक्तचाप और वसाओं को नियंत्रित रखने की आवश्यकता है।   शुरआती चरणों में पहचान कर समय से उपचार हो जाने पर , दृष्टि चली जाने की  संभावनाएं कम हो जाती है , जिसके लिए  नेत्रों का नियमित परीक्षण आवश्यक है।

डॉ0 श्रीवास्तव ने सभी रेल कर्मियों एवं उनके परिवारीजनों ख़ास तौर से बच्चों  के लिए स्वस्थ आँखों के लिए महत्त्वपूर्ण टिप्स – पोषक एवं संतुलित भोजन का सेवन , वजन पर नियंत्रण , नियमित  व्याययाम ,  धूम्रपान निषेध , चश्मों का प्रयोग , कांटेक्ट लेंसों के प्रयोग में पर्याप्त सावधानी बरतना , विशेषकर कंप्यूटर एवं मोबाइल के प्रयोग के समय नियमित अंतराल पर आँखों को विश्राम देना आदि आखों की जलन और थकान दूर करने के उपाय बताये। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/प्रशासन राघवेंद्र कुमार एवं संचालन जनसम्पर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने किया।   वर्चुअल संगोष्ठी में समस्त शाखाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मियों व मण्डल के कर्मचारियों ने भाग लिया।

Posted By:- Amitabh Chaubey