सी.एम.ओ ने गुन्नौर सीएचसी का किया “निरीक्षण”…

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संभल (जनमत):- यूपी के संभल जिले के गुन्नौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं का आलम यह है कि ना मरीज को सही इलाज मिल रहा है न ही समय पर दवा दी जा रही है । जो मरीजों को सुविधा मिलने चाहिए उसको लेकर जिम्मेदारों डॉक्टरो ने अवव्यवस्थाएं फैला रखी है। अखबार चैनलो पर खबर प्रकाशित होने के बाद संभल सीएमओ तरन्नुम रजा गुन्नौर सीएससी का निरीक्षण करने पहुंची । निरीक्षण के दौरान कुछ डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं मिले। मरीजों को फार्मासिस्ट दवाई देते नजर आए।

इतना ही नही जब सीएमओ ने उपस्थिति वाला रजिस्टर मेंटेन किया तो उसमें एक डॉक्टर की लगातार 9 दिन की लीव पर अनुपस्थिति मिली। जिसको लेकर सीएमओ ने जवाब मांगा कि कंटिन्यू छुट्टी किस की परमिशन से दी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुन्नौर सीएचसी पर दर्जनभर मरीजों ने सीएमओ के सामने डॉक्टरों की अव्यवस्थाओं को लेकर मौखिक शिकायत की मरीजों ने कहा कि डॉक्टर समय से अपने केबिन पर नहीं बैठते हैं । मरीजों को अस्पताल से बिना दवाई लेकर वापस भी लौटना पड़ता है। अस्पताल में फार्मासिस्ट के जरिए दवा लिखी जाती है। कभी-कभी ऐसा भी देखने को मिलता है की पर्ची पर तो दवा लिख दी जाती है बल्कि जब काउंटर पर दवा लेने जाएं तो वहां बिना दवा दिए दवा न होने का हवाला देकर वापस भेज दिया जाता है।

सीएमओ ने आयुष्मान योजना का कार्य धीमा चलने को लेकर संबंधित को जमकर लताड़ लगाई उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में बार-बार हमें सुनने को मिलता है कि एक कवच की वेबसाइट पर कार्य बहुत धीरे से चल रहा है इसको लेकर आशा व जो भी संबंधित है उनके लिए कार्य में तेजी लाना जरूरी है सरकार की मंशा अनुसार हर संभव कार्य करना है सीएमओ ने प्रोनेटल वार्ड की देखरेख की जिसमें महिलाओं के होने वाले डिलीवरी को लेकर कहां की जच्चा बच्चा को 24 घंटे अस्पताल में ही रहना चाहिए। उससे पहले घर बेचने की अनुमति नहीं दी जाए। ताकि सही ढंग से जच्चा-बच्चा की सुरक्षा हेतु उसे उपचार दिया जा सके। सीएमओ ने मिनी कौशल प्रयोगशाला का भी निरीक्षण करते हुए स्टाफ नर्स से डिलीवरी कैसे कराई जाती है इसका डेमो भी करवा कर देखा। जिसके चलते स्टाफ नर्स ने सीएमओ के सामने ही डेमो करा कर दिखाया और जहां भी डिलीवरी के डेमो में खामियां मिली उसको लेकर जानकारी देते हुए सीएमओ ने उपचार के लिए सही नियम तरीकों की तवज्जो देते हुए जानकारी दी

सीएमओ लेबर रूम असेप्टिक में खाली बेड देख आग बबूला हो उठी उन्होंने कहा कि सारे बेड खाली पड़े हैं मरीजों का कोई अता पता नहीं है सारे मरीज बाहर घूमते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा कि जो भी खामियां देख रही हैं उनको लेकर जल्द ही सुधार किया जाए नहीं तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी बता दें कि लेबर रूम असेप्टिक में सिर्फ औपचारिकता निभाते हुए बेडशीट लगाकर दिखावटी रूप से बेड डाल रखे थे जहां किसी ना मरीज का कोई अता पता था। न ही उपचार संबंधित दवा मौजूद थी।

सीएमओ के निरीक्षक के दौरान एक बुजुर्ग मरीज सीएमओ के सामने हाथ जोड़े खड़ा रहा बुजुर्ग व्यक्ति बार-बार कह रहा था साहब मेरे इलाज के लिए कोई दवा लिख दूं या दे दो लेकिन उसकी किसी ने सुध तक नहीं ली। हालांकि वह बुजुर्ग व्यक्ति हार कर वही माथे पर हाथ टेक कर बैठ गया। अस्पताल में तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर मरीजों ने जिम्मेदार लोगों पर गंभीर आरोप लगाए मरीजों का कहना है कि अस्पताल में ना ही बुजर्ग व बेसहारा लोगों को बैठने की व्यवस्था है ना ही उन्हें सही इलाज दिया जाता है।

सबसे बड़ी बात है कि सीएमओ के निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर से एक छात्र की साइकिल चोरी हो गई। छात्र ने बताया कि अस्पताल में लगे कैमरे सिर्फ खानापूर्ति के लिए लगे हुए हैं सालों से कैमरे बंद पड़े हैं लेकिन सीएससी प्रभारी ने सिर्फ सीएमओ के सामने कुछ टेक्निकल खराबी बता कर बात को टाल दिया। जिसमें एक इंटर कॉलेज का छात्र कृष्णा मुरारी निवासी सिरोरा काजी ने अपनी साइकिल की चोरी का आरोप लगाते हुए बताया कि मैं शुक्रवार सुबह दवा लेने गुन्नौर सीएससी में आया था जिसके बाद दो मिनट के बाद अंदर दवा लेकर वापस लौटा तो सीएससी परिसर से साइकिल गायब हो गई। हालांकि जहां साइकिल मरीज ने खड़ी की थी वहां कैमरा भी लगा हुआ था जिसको लेकर उसने संबंधित से कैमरे की जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि यह कैमरा बंद पड़ा है इसमें किसी साइकिल चोर को नहीं देखा जा सकता।

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