हरदोई(जनमत):- हरदोई में साथ-साथ जीने और साथ-साथ मरने की कसमें खाने वाले प्रेमी और उसकी प्रेमिका ने ट्रेन के आगे कूद कर मौत को गले लगा लिया। इस तरह ज़िंदगी को तमाम करने की खबर सुन कर हर कोई सन्न रह गया। इस तरह रौंगटे खड़े कर देने वाला हादसा आंझी-शाहाबाद रेलवे स्टेशन के बगल में नारायण पुरवा रेलवे क्रासिंग पर हुआ। पुलिस ने दोनों शवों को कब्ज़े में ले कर छान-बीन शुरू कर दी है। शाहाबाद कोतवाली के नगला भगवान निवासी उमाकांत दीक्षित का 20 वर्षीय पुत्र हर्षित दीक्षित पढ़ाई कर रहा था।
जबकि शाहाबाद कस्बे के मोहल्ला खत्ता जमाल खां निवासी विमल कश्यप की 18 वर्षीय पुत्री मीनू नगला भगवान में रहने वाले अपने मामा सियाराम के यहां रह रही थी। आस-पड़ोस रहते-रहते दोनों में कब प्यार हो गया।इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी।उनका प्यार इस कदर परवान चढ़ गया कि उन्होंने साथ-साथ जीने और साथ-साथ मरने की कसम खा ली। कुछ लोगों का कहना है कि दोनों शादी के लिए एक-दूसरे से हां कर चुके थे, लेकिन जाति की बंदिशों के चलते उन्होंने कोई ऐसा कदम नहीं उठाया, जिससे उनके घर वालों को बे-इज़्ज़त होना पड़ता।
इसीलिए बगैर कसम टूटे दोनों साथ-साथ रहने का फैसला कर रविवार की रात में चुप-चाप घर से निकल पड़े और आंझी-शाहाबाद रेलवे स्टेशन की नारायण पुरवा रेलवे क्रासिंग के पास पहुंच कर सामने से आ रही ट्रेन की आगे कूदकर मौत को गले लगा लिया। सोमवार की सुबह वहां दोनों के शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया।शिनाख्त होने के बाद हर्षित और मीनू के घर वालों को इसकी खबर दी गई। हालांकि अभी दोनों के घर वाले प्रेम-प्रसंग की बात से इंकार कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू से छान-बीन की जा रही है।
Reported By:- Sunil Kumar
Posted By:- Amitabh Chaubey