कल-कारखानों में देश के नौनिहाल “बाल मजदूर” बनने को मजबूर….

UP Special News

लखनऊ (जनमत) :- यूपी की राजधानी लखनऊ में दिनांक 16.06.22 को अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर स्टेशन निदेशक, लखनऊ  आशीष सिंह के नेतृत्व में एहसास ( बाल सहायता संस्था) संस्था के सहयोग से जन जागरूकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। नुक्कड़ नाटक श्रीमती शकुंतला मिश्र विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा सम्पन्न किया गया। दुनियाभर में 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. 19 साल पहले इसकी शुरूआत अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने बाल श्रम को रोकने के लिए की गई थी.बच्चों को देश का भविष्य कहा जाता है. लेकिन अगर बच्चे बचपन से ही किताबों को छोड़कर कल-कारखनों में काम करने लगेंगे तो देश समाज का भविष्य उज्ज्वल नहीं होगा. महानगरों और शहरों में कान्वेंट स्कूलों में रंग-बिरंगे यूनिफॉर्म पहन कर हंसते-खिलखिलाते हुए बच्चों को देखकर कौन खुश नहीं होगा.

वहीँ इसी के साथ ही दूसरी तरफ  ऐसे बच्चों की संख्या बहुत कम है. देश में आज भी करोड़ों बच्चे स्कूलों की बजाए कल-कारखानों, ढाबों और खतरनाक कहे जाने वाले उद्योगों में कार्य कर रहे हैं. जहां दो पेट के भोजन की शर्त पर उनका बचपन और भविष्य तबाह हो रहा है. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर में बच्चे पढ़ाई छोड़कर काम करने को मजबूर हैं.विश्व बाल श्रम निषेध दिवस से पहले बचपन बचाओ आंदोलन और   बाल मजदूरों को मुक्त कराने आह्वान किया है.

REPORT- AMBUJ MISHRA…

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…