कौशांबी जिला कारागार प्रशासन की “अनोखी पहल”…

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कौशांबी (जनमत) :- उत्तर प्रदेश का जनपद आज जिला कारागार प्रशासन ने अनोखी पहल से सुर्खियों में है। यहां के बंदियों द्वारा कौशांबी जेल के पुराने कंबलों से गौवंशो के लिए गर्म काऊ कोट बनाकर सुर्खिया हासिल किया है। बंदियों ने पहले चरण में तकरीबन डेढ़ सौ गर्म काऊ कोट बनाए गए हैं। इन गर्म कोट को मुख्यालय से सटे एक गौशाला में ले जाकर अफसरों ने गोवंश को पहना भी दिया है। जेल प्रशासन के इस अनोखी पहल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में सराहना किया है।

कौशांबी जेल प्रशासन जनहित में किये गए कामों को लेकर आये दिन चर्चा में रहता है। कोरोना काल मे लॉकडाउन के दौरान जेल प्रशासन ने बंदियों के माध्यम से मास्क बनाने का काम किया था। जेल प्रशासन की इस अनोखी पहल की शासन स्तर पर भी सराहना की गई थी। जेल के बंदियों द्वारा बनाये मास्क को जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के साथ ही आम लोगों ने उपयोग किया था। इधर जेल प्रशासन ने ठंड को देखते हुए गौवंशों के लिए गरम काऊ कोट बनाने की अनोखी पहल की है। दरअसल जेल में बंदियों के इस्तेमाल के बाद जब कंबल खराब हो जाते हैं तो उसे फेक दिए जाता रहा हैं।  जेल प्रशासन ने इस बार बंदियों द्वारा उपयोग कर बाद बाहर किये गए कंबलों से काऊ कोट तैयार करने का फैसला लिया।

जेल अधीक्षक बीएफ मुकुंद ने पुरामे कम्बल व प्लासिटिक से गोवंशों के लिए गरम कोट बनाने की काम बंदियों के माध्यम से शुरू करवाया। पहले चरण में लगभग डेढ़ सौ कंबल से गरम काऊ कोट बनाए गए हैं। कौशाम्बी जेल प्रशासन के इस अनोखी पहल की जानकारी शासन को हुई तो प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे संज्ञान में लिया और काम में तेजी लाए जाने का निर्देश दिया। कौशाम्बी जिला कारागार द्वारा काऊ कोट बनाने की अनोखी पहल की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी पहुंची तो उन्होंने भी इस काम की सराहना किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में पूरे देश के लोगों को कौशांबी जेल प्रशासन की इस अनोखी पहल की सराहना करते हुए जानकारी दी।

जिला कारागार के बंदियों द्वारा बनाये गए काऊ कोट को डीएम अमित कुमार सिंह, एसपी अभिनंदन सहित अन्य अफसरों ने जिला मुख्यालय से सटे बंधवा रजभर गांव की गौशाला में पहुंचकर गोवंश को पहनाया भी। डीएम अमित कुमार सिंह ने बताया कि ठंड के चलते इंसान ही क्या मवेशी भी परेशान हो जाते हैं। ठंड से बचाव के लिए गोवंश को गरम कोट जेल के बंदियों के फटे पुराने कपड़ों को एकत्रित कर बनाया जा रहा है। पहले चरण में लगभग 150 कंबल बनाए गए हैं। इन कंबलों को कुछ गोवंश को पहना दिया गया है। आगे भी बंदियों के माध्यम से कोट बनाने का काम जारी रहेगा। जिले भर की लगभग 60 गौशाला के गौवंशो को गरम कोट पहनाया जाएगा। जिला कारागार के जेलर बीएस मुकुंद के मुताबिक गौवंशों के लिए काऊ कोट बनाने के लिए अभी जो कम्बल उपयोग में लाया जा रहा है वह पर्याप्त है। यदि आवश्यकता पड़ी तो आसपास के जनपदों कर पुराने कम्बल मंगाने का प्रयास किया जाएगा। जिससे काऊ कोट बनाने में सामग्रियों की कमी न होने पाए।

PostedBy:- Ankush Pal…

Reported By:- Akhilesh Kumar with Rahul bhatt…