सरकार के गलत फैसले के चलते “अर्थव्यवस्था” हुई ध्वस्त…

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देश/विदेश (जनमत) :- राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद गुरुवार को संसद पहुंचे और कहा कि सरकार संसद में उनकी आवाज दबा नहीं सकती। उन्होंने में हिस्सा लिया। संसद परिसर में उन्होंने प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर प्रदर्शन भी किया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत खराब है और प्रधानमंत्री मोदी इसपर कुछ नहीं बोल रहे हैं। इसके बाद दोपहर 12.30 बजे उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें कई मुद्दों पर सरकार को घेरा।चिदंबरम ने कहा, ‘मंत्री के रूप में मेरा रिकॉर्ड और विवेक बिल्कुल स्पष्ट है। जिन अधिकारियों ने मेरे साथ काम किया, जिन उद्योगपतियों ने मुझसे बातचीत की और जिन पत्रकारों ने मेरा अवलोकर किया। वह इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं। सरकार सही आंकड़े जनता के सामने पेश नहीं कर रही है.

प्रधानमंत्री आमतौर पर अर्थव्यवस्था को लेकर चुप रहते हैं। उन्होंने इसे अपने मंत्रियों के ऊपर छोड़ दिया है कि वे झांसा दें। इसका परिणाम यह निकला कि जैसा अर्थशास्त्री ने कहा, यह है कि सरकार अर्थव्यवस्था की अक्षम प्रबंधक बन गई है। यदि इस साल के खत्म होने तक विकास दर 5 प्रतिशत को छू लेता है तो हम भाग्यशाली होंगे। कृपया डॉक्टर अरविंद सुब्रमण्यम की चेतावनी को याद रखिये कि इस सरकार के अतंर्गत पांच प्रतिशत विकास दर संदिग्ध कार्यप्रणाली के कारण। यह असल में पांच प्रतिशत नहीं है बल्कि 1.5 प्रतिशत कम है।.

Posted By :- Ankush Pal