लखनऊ पीजीआई के डायरेक्टर डॉ0 धीमान ने सबसे पहले लगवाई कोरोना वैक्सीन

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लखनऊ (जनमत):- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्बोधन के बाद पूरे देश में कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए टीकाकरण का महाभियान आज से शुरू हो गया। इससे पहले कोरोना वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों का भी आज अंत हो गया। लखनऊ में पीजीआई हॉस्पिटल के डायरेक्टर आर के धीमान ने खुद वैक्सीन की पहली डोज लगाकर अफवाहों पर विराम लगाया। साथ ही लोगों से अपील भी करी कि यह एक अच्छा मौका है वैक्सीन को लगाकर कोरोना को जड़ से खत्म करना का। कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए भारत के वैज्ञानिकों ने दिन – रात एक कर कोरोना से लड़ने वाली दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को तैयार किया।

सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद कोरोना वैक्सीन को लगाने की अनुमति भी मिल गई थी। इसके बावजूद भी लगातार कोरोना वैक्सीन को लेकर तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही थी। हालांकि तमाम तरह की अफवाहों के बीच कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान के लिए 16 जनवरी का दिन तय किया गया था। 16 जनवरी ही वह दिन है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्बोधन के बाद पूरे देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के महाभियान का आगाज़ हो गया। टीकाकरण अभियान के लिए उत्तर प्रदेश को खास तरह से फोकस किया गया था। इसलिए टीकाकरण अभियान के लिए यहाँ बहुत पहले से ही तैयारियां की जा रही थी।

तैयारियां जब पूरी हुई और टीकाकरण शुरू हुआ तो पीजीआई हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर राधा कृष्ण धीमान ने सबसे पहले कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन को लगवाकर सारी अफवाहों पर विराम लगा लगा दिया। कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद डॉक्टर आर के धीमान ने बताया कि उन्होंने सिस्टर से अपने बाएं हाथ पर वैक्सीन को लगवाया और वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। वैक्सीनेशन के दौरान उन्हें कोई पेन नहीं हुआ। डॉक्टर धिमान के मुताबिक कोरोना की पहली डोज लेने के बाद वह 10 मिनट तक निरीक्षण पर रहे उसके बाद प्रोटोकॉल के तहत 30 मिनट तक ओब्जेर्वेशन पर रहे। डॉक्टर आर के धीमान ने बताया कि दूसरी डोज लेने के बाद बॉडी में एंटीबाडी बनने लगती है जो वायरस के अगेंस्ट होती है। इसके बाद अगर बॉडी में वायरस पहुँचता है तो वैक्सीन की दूसरी डोज वायरस से लड़कर उसको खत्म कर देती है।

पीजीआई डायरेक्टर डॉक्टर आर के धीमान ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए सभी लोग वैक्सीन को जरूर लगाए। इस दौरान वैक्सीन लगाने वाली सिस्टर को उन्होंने धन्यवाद भी दिया। संजय गाँधी पीजीआई हॉस्पिटल में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन के लिए 18 बूथ तैयार किये गए थे। पहले दिन केवल एक ही बूथ पर वैक्सीनेशन हुआ। यहाँ पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत डॉक्टर आर के धीमान से हुई उसके बाद तय प्रक्रिया के तहत चिन्हित स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हुआ और प्रोटोकॉल के तहत सभी को 30 मिनट तक निरीक्षण पर रक्खा गया। इस बीच किसी में भी फिलहाल टीकाकरण का दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिला।

Posted By:- Amitabh Chaubey